what is diarrhea in hindi

डायरिया (दस्त) Diarrhea in hindi : प्रकार, लक्षण, घरेलू इलाज और उपचार के उपाय

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डायरिया (दस्त) क्या है? (What Is Diarrhea in Hindi)

डायरिया, जिसे हिंदी में दस्त कहा जाता है, एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जिसमें व्यक्ति को बार-बार ढीले या पानी जैसे मल त्याग की आवश्यकता होती है। यह स्थिति किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है और इसके कई कारण हो सकते हैं। इस ब्लॉग में, हम डायरिया के प्रकार, लक्षण, घरेलू उपचार और चिकित्सा उपायों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

डायरिया (दस्त) के प्रकार (Types of Diarrhea in Hindi)

डायरिया को उसकी अवधि और गंभीरता के आधार पर तीन मुख्य प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है:

  1. तीव्र डायरिया (Acute Diarrhea): यह सबसे सामान्य प्रकार है, जिसमें दस्त 1-2 दिनों तक रहता है और बिना किसी विशेष उपचार के ठीक हो जाता है।
  2. स्थायी डायरिया (Persistent Diarrhea): इस प्रकार के दस्त में लक्षण 2-4 सप्ताह तक बने रहते हैं।
  3. दीर्घकालिक डायरिया (Chronic Diarrhea): जब दस्त 4 सप्ताह से अधिक समय तक रहता है या बार-बार होता है, तो इसे दीर्घकालिक डायरिया कहा जाता है। यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है और चिकित्सा परामर्श की आवश्यकता होती है।

डायरिया के लक्षण (diarrhea symptoms in Hindi)

डायरिया के सामान्य लक्षणों diarrhea symptoms in hindi में शामिल हैं:

  • बार-बार ढीले या पानी जैसे मल त्याग
  • पेट में ऐंठन या दर्द
  • पेट फूलना
  • मतली (जी मिचलाना)
  • मल में रक्त या बलगम का होना
  • बुखार

यदि इन लक्षणों के साथ-साथ निम्नलिखित लक्षण भी दिखाई दें, तो तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें:

  • तेज बुखार
  • गंभीर पेट दर्द
  • लगातार उल्टी
  • अत्यधिक प्यास या मुंह का सूखना
  • कमजोरी या चक्कर आना
  • मल में रक्त का होना

डायरिया (दस्त) के कारण (diarrhea cause in Hindi)

डायरिया (दस्त) के कई संभावित कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • संक्रमण: वायरस, बैक्टीरिया या परजीवी के कारण आंतों में संक्रमण हो सकता है, जो डायरिया का प्रमुख कारण है। उदाहरण के लिए, नोरोवायरस और रोटावायरस सामान्य वायरल संक्रमण हैं, जबकि ई.कोली और साल्मोनेला बैक्टीरियल संक्रमण के उदाहरण हैं।
  • भोजन विषाक्तता: दूषित भोजन या पानी के सेवन से फूड पॉइजनिंग हो सकती है, जिससे डायरिया होता है।
  • दवाइयाँ: कुछ दवाइयों, जैसे एंटीबायोटिक्स, एंटासिड्स (मैग्नीशियम युक्त), और कैंसर उपचार, के साइड इफेक्ट के रूप में डायरिया हो सकता है।
  • भोजन असहिष्णुता: लैक्टोज या फ्रक्टोज असहिष्णुता के कारण शरीर इन शर्कराओं को पचा नहीं पाता, जिससे डायरिया हो सकता है।
  • आंतों की बीमारियाँ: क्रोहन रोग, अल्सरेटिव कोलाइटिस, और इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) जैसी स्थितियाँ आंतों में सूजन और डायरिया का कारण बन सकती हैं।
  • सर्जरी: आंतों की सर्जरी के बाद कुछ लोगों को डायरिया का अनुभव हो सकता है, क्योंकि पाचन तंत्र को सामान्य होने में समय लगता है।

डायरिया (दस्त) के कारण (Diarrhea Disease in Hindi)

डायरिया (दस्त) के कई कारण हो सकते हैं, जैसे:

  • संक्रमण: वायरस, बैक्टीरिया, या परजीवी संक्रमण से डायरिया हो सकता है।
  • दूषित भोजन और पानी: खाने या पीने में हानिकारक बैक्टीरिया होने से दस्त हो सकते हैं।
  • भोजन असहिष्णुता: जैसे लैक्टोज इनटॉलरेंस (Lactose Intolerance)।
  • आंतों की बीमारियाँ: इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS) और क्रोहन रोग।
  • दवाइयों का साइड इफेक्ट: कुछ एंटीबायोटिक्स और अन्य दवाइयों से डायरिया हो सकता है।

डायरिया के घरेलू उपचार (Home Remedies for Diarrhea in Hindi)

हल्के डायरिया (दस्त) के मामलों में, निम्नलिखित घरेलू उपचार मददगार हो सकते हैं:

  1. तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएँ: शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) से बचने के लिए पानी, नारियल पानी, पतला फलों का रस, और इलेक्ट्रोलाइट युक्त पेय पदार्थों का सेवन करें।
  2. BRAT आहार अपनाएँ: केले, सफेद चावल, सेब की चटनी, और टोस्ट (BRAT) जैसे कम फाइबर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जो मल को सख्त करने में मदद करते हैं।
  3. कैफीन और शराब से बचें: कैफीनयुक्त पेय और शराब से परहेज करें, क्योंकि ये डायरिया को बढ़ा सकते हैं।
  4. दूध और डेयरी उत्पादों से बचें: डायरिया के दौरान लैक्टोज असहिष्णुता हो सकती है, इसलिए दूध और डेयरी उत्पादों का सेवन न करें।
  5. प्रोबायोटिक्स का सेवन करें: दही या प्रोबायोटिक सप्लीमेंट्स का सेवन आंतों में अच्छे बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाने में मदद करता है, जिससे डायरिया के लक्षणों में सुधार हो सकता है।

डायरिया (दस्त) का चिकित्सा उपचार (Medical diarrhea treatment in hindi)

यदि डायरिया (दस्त) के लक्षण diarrhea symptoms in hindi गंभीर हैं या 2-3 दिनों से अधिक समय तक बने रहते हैं, तो चिकित्सकीय परामर्श आवश्यक है। डॉक्टर निम्नलिखित उपचार diarrhea treatment in hindi विकल्प सुझा सकते हैं:

  • एंटीबायोटिक्स या एंटीपैरासिटिक्स: यदि डायरिया का कारण बैक्टीरियल या परजीवी संक्रमण है, तो ये दवाइयाँ उपयोगी हो सकती हैं।
  • दवाइयाँ जो आंतों की गतिशीलता को नियंत्रित करती हैं: लोपेरामाइड जैसी दवाइयाँ आंतों की गति को धीमा करके डायरिया के लक्षणों को कम करती हैं।
  • मल परीक्षण: यदि डायरिया का कारण स्पष्ट नहीं है, तो डॉक्टर मल परीक्षण के माध्यम से संक्रमण या अन्य समस्याओं की जांच कर सकते हैं।

डायरिया (दस्त) में क्या खाना चाहिए? (What to eat in diarrhea in Hindi)

डायरिया में सही आहार लेने से तेजी से सुधार हो सकता है। BRAT डाइट फायदेमंद होती है:

  • B – Banana (केला)
  • R – Rice (चावल)
  • A – Applesauce (सेब की चटनी)
  • T – Toast (टोस्ट)

इसके अलावा हल्का दलिया, सूप, नारियल पानी और हर्बल चाय का सेवन भी लाभकारी होता है।

डायरिया (दस्त) की रोकथाम के उपाय  (Prevention of Diarrhea in hindi)

डायरिया (दस्त) से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियाँ बरतें:

  • हाथों की सफाई रखें: बाथरूम का उपयोग करने या भोजन तैयार करने से पहले और बाद में साबुन और पानी से हाथ धोएं।
  • भोजन और पानी की सुरक्षा: भोजन को सही तापमान पर स्टोर करें, और दूषित पानी या भोजन के सेवन से बचें।
  • टीकाकरण: रोटावायरस जैसे वायरस से बचाव के लिए उपलब्ध टीकों का उपयोग करें।
  • यात्रा के दौरान सावधानी: यात्रा के दौरान अनफ़िल्टर्ड पानी, बर्फ, और कच्चे या अधपके खाद्य पदार्थों से बचें।

डायरिया (दस्त) से जुड़े 10 महत्वपूर्ण प्रश्न (FAQs)

  1. डायरिया (दस्त) क्या है? Types of Diarrhea in Hindi

डायरिया एक आम पाचन समस्या है, जिसमें बार-बार पानी जैसा मल त्याग होता है।

  1. डायरिया (दस्त) कितने प्रकार Types of Diarrhea in Hindi का होता है?

तीन प्रकार का – तीव्र, स्थायी, और दीर्घकालिक डायरिया।

  1. डायरिया (दस्त) के लक्षण diarrhea symptoms in hindi क्या हैं?

डायरिया के लक्षणों में बार-बार मल त्याग, पेट दर्द, कमजोरी, और डिहाइड्रेशन शामिल हैं।

  1. डायरिया (दस्त) का मुख्य कारण diarrhea symptoms in hindi क्या है?

संक्रमण, दूषित भोजन और पानी, आंतों की बीमारियाँ और दवाइयों का साइड इफेक्ट।

  1. डायरिया (दस्त) में कौनसा आहार लेना चाहिए?

केला, चावल, दही, सूप, और नारियल पानी।

  1. डायरिया (दस्त) से बचने के लिए क्या सावधानियाँ जरूरी हैं?

हाथ धोना, साफ पानी पीना, और स्वच्छ भोजन करना।

  1. डायरिया (दस्त) के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपाय Home Remedies for Diarrhea in Hindi क्या है?

ओआरएस घोल, दही और अदरक की चाय।

  1. डायरिया (दस्त) का इलाज diarrhea treatment in hindi कब कराना चाहिए?

अगर डायरिया 3 दिनों से अधिक रहे, खून आए, या तेज बुखार हो।

  1. क्या डायरिया (दस्त) गंभीर बीमारी हो सकती है?

हां, यह शरीर में पानी और खनिजों की कमी कर सकता है, जिससे डिहाइड्रेशन और अन्य जटिलताएँ हो सकती हैं।

  1. डायरिया (दस्त) में कौनसी दवाइयाँ ली जा सकती हैं?

ओआरएस, प्रोबायोटिक्स, और डॉक्टर द्वारा बताई गई एंटीबायोटिक्स।

निष्कर्ष

डायरिया (दस्त) (diarrhea in hindi) एक आम बीमारी है, लेकिन यह गंभीर रूप भी ले सकती है। इसे रोकने के लिए स्वच्छता का ध्यान रखना और स्वस्थ आहार लेना जरूरी है। अगर समस्या ज्यादा दिनों तक बनी रहे, तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी होता है।.